लक्ष्मी नृसिंह प्रसन्न

 बिएनएन और सिएनएन के चौतरफा यश के लिए तथा वैश्विक कार्य सफलता के लिए जागृत नारसिंव्ह ने दिए शुभ संकेत : - 

हमारे चैनल के एडिटर इन चिफ श्री.विनोदकुमार महाजन इस जागृत स्थान पर आकर जब तपस्या कर रहे थे तब अनेक शुभ संकेत मिल गये।

इस जागृत स्थान का महत्व यह है की आज से लगभग सात हजार पांचसौ एक्काशी साल पहले वेदव्यासजी के पिता पाराशर ऋषि को इस अद्भुत भगवान ने दर्शन दिये थे।तब आगे महाभारत हुवा था।

संयोग से फिरसे हमारे एडिटर इन चिफ श्री विनोदकुमार महाजन जी को इस जागृत भगवान के पहले सपनों में और बाद में प्रत्यक्ष दर्शन हुए है।मतलब भविष्य में महाभारत जैसी कोई अद्भुत ऐतिहासिक घटना होने का यह ईश्वरी संकेत है ऐसा माना जा रहा है।गुरूचरीत्र के अध्याय पंधरह ओवी पचहत्तर पर भी इस अद्भुत स्थान का महत्व है।महाराष्ट्र के महान संत रामदास स्वामीजी ने भी यहाँ हनुमानजी की स्थापना की है।नामदेव महाराज जी के पूर्वज भी यहाँ रहते थे।

कृष्णा कोयना के नदी किनारे जमीन के निचे यह अद्भुत मूर्ति स्थानापन्न है।

विशेष संयोग यह है की श्री विनोदकुमार महाजन नारसिंह जी को उनके घर में रहने को आने के लिए कह रहे थे तभी उनको यहाँ पर एक पितल की लक्ष्मी नारसिंह की मुर्ती मिल गई है ।जिसकी वहाँ के पंडित जी ने महाजन जी के घर में आकर स्थापना की है।

विश्व शांती तथा वैश्विक क्रांति का तथा राक्षसी सिध्दांतों का नाश और सज्जन शक्ति की रक्षा का ईश्वरीय कार्य बिएनएन और सिएनएन तथा विश्व स्वधर्म संस्थान द्वारा आरंभ हो चुका है।

इस वैश्विक संकल्प तथा ईश्वरी कार्य के लिए चैनल के डायरेक्टर श्री अजयकुमार पांडेय जी का भी आत्मा,ह्रदय और मन से संपूर्ण सहयोग तथा समर्थन प्राप्त है यह भी एक आनंदित करनेवाली घटना है।


अनुभूति : - विनोदकुमार महाजन

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