भागते रहो

 " तुम "हिंदुत्व के लिए लडने का काम करों , अब हम तुम्हारे कपडे संभालने का भी काम नहीं करेंगे बल्कि नितदिन हर जगहों से भागने का ही काम करेंगे ! 


विनोदकुमार महाजन

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