तूफान

 मुसिबतों के कितने भी भयंकर तूफान हो

जब ईश्वर की कृपा होती है

और शांत, स्थिर, निश्चल मन से उस भयंकर तूफान का सामना होता है तब  ? 

एक दिन जरूर

बडे बडे भयंकर विनाशकारी तूफान भी समाप्त होकर रहत है ! 

मेरा अनुभव है ! 

जय श्रीकृष्ण  !! 


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र