" रामबाण " इलाज क्या है ?

 अनेक हिंदुओं को पुछेंगे की

तुम्हें धन चाहिए या धर्म ?

तो अनेक हिंदु धन चाहिए

ऐसा ही कहेंगे


चाहे वह भले मार्ग से हो

या फिर बुरे मार्ग का हो

कोई हिचकिचाहट नही होगी


उपर से ऐशोआराम की मस्त

जिंदगी भी चाहिए अनेक 

हिंदुओं को

धर्म के लिए मर मिटने वाले बहुत कम मिलेंगे


उल्टा " दुसरों " को पुछेंगे

की,

तुम्हे धन चाहिए या धर्म ?

तो वह सभी बडे आराम से कहेंगे,

हमें पहले धर्म चाहिए, बाद में धन


इसिलए सदियों से हम पिछे पिछे हटते जा रहे है,

घटते भी जा रहा है


और " वह " ( ? )धिरे धिरे

संपूर्ण विश्व में तेजीसे

बढते जा रहे है


इसी में समस्या की वजह है

और इस भयंकर बिमारी का,

जड का उत्तर अभी तक कोई

ढूंढ नही रहा है


आप ही बताईये,

ऐसी भयंकर बिमारी का आखिर

इलाज भी क्या हो सकेगा ?


मुमकिन हुवा तो व्हाट्सएप करना


विनोदकुमार महाजन

व्हाटसएप नंबर

+91 9890349751

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