ब्यापारी

 मैं आप सभी का

दुखदर्द खरिदनेवाला

और सुख बाँटनेवाला

सबसे बडा आनंदी

ब्यापारी हुं


आप सभी का दुखदर्द

मुझे दिजिए

बदले में अनेक सुख लिजिए


हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस