घरवापसी

 *विश्वस्तरपर घरवापसी कैसे* *होगी ?*

✍️ २६६७


🚩🚩🚩🚩🚩


विश्व के लगभग सभी सनातन संस्कृति प्रेमीयों को इस विषय पर गहराई से चिंतन करना होगा !

और मेरे....

" वैश्विक महाक्रांति अभियान " 

का हिस्सेदार बनना ही होगा !


 *यही नम्र निवेदन और* *आवाहन है !* 


चलो अब अंतिम सत्य ?

की ओर बढते है !


ईश्वर निर्मित वैश्विक वैदिक सनातन धर्म और आदर्श हिंदू सुसंस्कृत जीवनपध्दती ही संपूर्ण सजीव सृष्टि को हितकारी है !

और यह सिध्दांत सप्रमाण सिध्द भी हुआ है !


क्यों ?

क्योंकि इसिमें ही पूर्णत्व तो है ही , इसके साथ ही संपूर्ण मानवी समुह का पुनरूथ्थान भी है !


ईश्वर निर्मित मनुष्य !

ईश्वर निर्मित सजीवसृष्टी !

यही इसका प्रमाण है !


मतलब हिंदू धर्म ही अंतिम सत्य है !


इसीलिए ?

अब संपूर्ण विश्व में युध्दस्तरपर घरवापसी अभियान तेज करना होगा !


ना पैसों के बल पर , ना तलवार की धारपर !?


सुसंस्कृत वैश्विक समाज पुनर्निर्माण द्वारा !

हर एक का आत्मचैतन्य , ईश्वरी तेज जगाकर ! 

हर एक मनुष्य प्राणी को अंतिम सत्य का ज्ञान अनेक मार्गों द्वारा देना होगा !


और....

भूलेबिसरों का वापिस घर ले आना होगा !


सत्य सनातन धर्म का , ईश्वर निर्मित भव्यदिव्य घर !

अपना घर !

खुद का घर !


जहाँ केवल सुख , शांति , समाधान , आनंद ही है !

संपन्नता है !

सत्य का ज्ञान है !

ईश्वरी शक्तियों का ज्ञान और खोज भी है !


जन्म मृत्यु का रहस्य भी है !

आत्मा का ज्ञान भी है !

सर्व सिध्दीयों का भंडार भी है !


हर एक का चैतन्य , स्वाभिमान जगाकर ही वैश्विक मानव समुह को अंतिम सत्य की ओर ,

ईश्वरी सिध्दांतों की ओर लाना होगा !


चौफेर , चौतरफा यशस्वी प्रयासों द्वारा !


इसके लिए भी ...?

दुर्योधनी वृत्तियों पर , अंतिम प्रहार अत्यावश्यक तो रहेगा ही !

वैश्विक एकजूटता द्वारा !


क्योंकि आसुरीक शक्तियाँ और दिव्य ईश्वरी शक्तियाँ

एक जगह पर कभी भी नहीं रह सकती है !


आसुरीक शक्तियों में सर्वनाश अटल है ! तो ईश्वरी शक्तियों में सभी का अखंड कल्याण ही होता है !


हाहाकार आसुरीक शक्तियों का साम्राज्य है ! तो संपूर्ण शांति ईश्वरी शक्तियों का द्योतक है !


इसीलिए अब...

असत्य पर , आसुरीक संपत्तियों पर अंतिम प्रहार और विश्व चेतना जागृति अभियान दोनों एकसाथ चलाने की जरूरत है !


 *और....* 

 *भविष्य में ऐसा ही होनेवाला* है !

 *मेरे दिव्यचक्षु हमेशा यही* *दिखाते है !* 


 *संपूर्ण क्रांति से ही संपूर्ण* *शांति संभव है !*


इसीलिए साथीयों ,

अब हम ईश्वर प्रेमीयों को ,

ईश्वरी सिध्दांतों पर चलने वालों को ,

सत्य प्रेमियों को ,

सनातन संस्कृति प्रेमियों को ,


वैश्विक घरवापसी अभियान

और संपूर्ण वैश्विक क्रांति अभियान तेज करना ही है !


मेरे यह विचार शायद कुछ प्रतिशत लोग ही पढेंगे !

कुछ प्रतिशत लोग ही सहमत होंगे !

और कुछ गिनेचुने लोग ही सहयोग करेंगे !


मेरे इस लेख की कीमत शायद आज किसी को नहीं समझेगी !

मगर दस साल बाद मेरा एक एक शब्द कितना महत्वपूर्ण है , यह लोगों को समझ में आयेगा !


तब...तक...

संपूर्ण विश्व तेज गतिसे सनातन धर्म का स्विकार 

कर रहा होगा !


क्योंकि

ईश्वर ही अंतिम सत्य है !

ईश्वर निर्मित सत्य सनातन धर्म ही अंतिम सत्य है !

और वैश्विक मानव इस महान सिध्दांतों को स्वीकार भी करेगा !


वैसे तो

ईश्वरी इच्छा से ही

हिंदुमय विश्व की शुरूवात भी हो चुकी है !

इस कार्य को गति देने के लिए , स्वर्ग से ही और ईश्वरी इच्छा से ही , अनेक दिव्य तथा पवित्र आत्माएं धरती पर आ चुकी है !

और गुप्त रूप से अपने कार्य को गति भी दे रहे है !


 हिंदुमय विश्व....

*यही होकर रहेगा !* 


 *जय श्रीकृष्णा !* 


!! *श्रीकृष्णार्पणमस्तु !!* 


🕉🕉🕉🕉🕉

🚩🚩🚩🚩🚩


 *विनोदकुमार महाजन* 


🙏🙏🙏🙏🙏

🪷🪷🪷🪷🪷

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

संपूर्ण लेखांक भाग २५

ईश्वर