जब हमारे हौसले बुलंद होंगे

 जब हमारे हौसले बुलंद होंगे,

तब नियती भी झुक जायेगी !

( ले : - २११४ )


विनोदकुमार महाजन

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जी हाँ ,

मानवी मन बहुत शक्तिशाली होता है !

तीव्र इच्छाशक्ती से मानवी मन में अनेक सकारात्मक उर्जा भरी जाती है !

और असंभव लगनेवाले कार्य, संभव में बदल जाते है !

और जब ऐसा हो जाता है तो..लोग इसे चमत्कार कहते है !

और आश्चर्य चकित भी रहते है...जब असंभव को संभव में बनानेवाला कोई दिखाई देता है !


ऐसे अनेक आश्चर्यकारक अनुभव हमें देखने को मिलेंगे,

जिन्होने असंभव को संभव में बदल दिया !


आने दो कितने भी विनाशकारी तूफान...

या फिर पार करने पडेंगे अनेक जहर के सागर...

अथवा आने दें कितनी भी भयंकर मुसिबतें,मुसिबतों के पहाड...

अथवा आने दो सामने कितने भी भयंकर जालीम सर्प,या अजगर...


हम जब ठान लेते है और जीत के लिए,हरदिन... हर कदम...यशस्वीता की ओर बढते रहते है...जबरदस्त तगडी रणनीती के तहत काम करते है....तो....


शायद,

नियती भी हार सकती है !


हिंदुराष्ट्र बनाने का प्रयास भी हम सभी प्रखर राष्ट्रप्रेमी मिलकर,हरपल जारी रखेंगे !

और हिंदुराष्ट्र बनाकर ही रहेंगे !

अखंड भारत का प्रयास भी जारी ही रखेंगे !

हिंदुमय विश्व का प्रयास भी जारी ही रहेगा !


और हमारे उद्दीष्टों में हम जीतकर ही रहेंगे !


जब हौसले होंगे बुलंद, तो कामयाबी भी हासील होती ही है !


अगर हौसले बुलंद होते है,तब नियती भी सहायक होती है !

और सफलता के लिए ईश्वर भी प्रसन्न होकर आशिर्वाद देता ही है !


तो...?

चलो,एक तगडी, शक्तिशाली, वैश्विक रणनीति बनाकर आगे बढते है !


हर कदम यशस्विता की ओर !

आगे आगे बढते है !


हर हर महादेव !

जय महाँकाल !

जय श्रीराम !

हरे कृष्णा !

हरी ओम् !


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