महँगाई

 महँगाई का रोना !!!

( लेखांक : - २१०४ )


आलू प्याज पर रोनेवाले

कहते है...मोदिजी ने

महँगाई बढाई !


उनसे मेरा एक महत्वपूर्ण प्रश्न है...

विदेशों में भी महँगाई बढ रही है

क्या इसके लिए भी मोदिजी 

" ही " जिम्मेदार है ?


सोचो,

मोदिजी, योगीजी का राज है

इसीलिए हम सभी आज सुरक्षित भी है ? और चौतरफा प्रगति भी कर रहे है !

सचमुच में मेरा देश बदल रहा है साथीयों !


अन्यथा...???


मोदिजी, योगीजी के बिना

हमारा, हम सभी का भविष्य

भयंकर अंधकार मय है !

और इसीलिए हम सभी को

आलू प्याज का, महँगाई का

रोना बंद करके...

हमारी संपूर्ण शक्ति और हमारी

आत्मीयता केवल और केवल

मोदिजी, योगीजी के पिछे ही

खडी करनी है !


भूलभुलैया करनेवाले और गुमराह करनेवाले, नौटंकीबाज हमेशा मोदिजी को बदनाम ही करते रहेंगे साथीयों !


इसिलए हमें भुलभुलैया से बाहर आकर, हमारा और हमारे अगले पिढी का उज्वल भविष्य बनाना है तो...आज देश को और संपूर्ण देशवासियों को मोदिजी,योगीजी के सिवाय दूसरा कोई पर्याय ही नहीं बचा है !


इसिलिए साथीयों,

नौटंकीबाजों के भूलभुलैया में फँसकर हमारा और हमारी अगली पिढी का भविष्य बरबाद मत किजिए !

महँगाई का तो आपको भटकाने का एक रास्ता है !


जनता को भ्रमित करना और सत्तास्थान हस्तगत करके,सामाजिक अराजकता बढाना ही,इनका उद्दीष्ट है !


आजतक का इन विरोधियों का इतिहास देखो,कितना भयंकर है ?


मोदिजी, योगीजी को बदनाम करने के ऐसे और भी भयंकर रास्ते अपनाए जायेंगे !

हतकंडे अपनाए जायेंगे !


अनेक ठग,महाठग हमें ठगने की कोशिश निरंतर जारी रखेंगे !

अतएव सावधान !

त्रिवार सावधान !

सतर्क रहिए, सजग रहिए !

हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

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