एक वास्तव

 एक वास्तव !!!


पैसों से दुनिया

चलती भी है और

हिलती भी है !!


मगर पैसों के बिना

दुनिया चलती भी

नही है , और

हिलती भी नहीं है !!


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस