फिर एक बार

 *एक अकेला शेर ?* 

 *सबको भारी पड गया !!* 


👍👍👍👍👍👍👍


" एक अकेले " शेर ने

अलीबाबा और 

" चालीस चोरों को " जंग जंग पछाड़ने के बाद

भी सत्ता से दूर रखा !

और " देश की चाबी "

अपने हाथ में ही रख दी !


घुसपैठियों का निर्णायक और एकगठ्ठा मतदान , शायद ?

बोगस मतदान भी ?

पैसों का लालच भी ?

हिंदुओं को जातीयों में तोडने की रणनीती भी ?


इतना होने के बावजूद भी

" चालीस चोर " 

सत्तातक नहीं पहुंच सकें !


 *एक अकेला शेर सबको* 

 *भारी साबित हो गया !* 


और ? बासट सालों बाद ?

फिरसे नया इतिहास बना दिया !

एक की पक्ष का ,

एक ही व्यक्ति ,

बहुमतों के साथ ?

 *तीसरी बार ? !!* 

फिरसे सत्तास्थानपर स्थानापन्न हुवा !


 *फिर एक बार ?* 

 *मोदी सरकार !!* 


 *विनोदकुमार महाजन*


👆👍🚩👍🚩👍🚩

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र