मुसिबतों की आग में
मुसिबतों के आग में
जब हम चारों तरफ से
जलने लगते है तब
हमारी आत्मा,ह्रदय,
दिमाग, मन भी जलते
रहते है
और हम तडपते रहते है
और मुसिबतों की आग
शांत होती है तब पूरा का
पूरा मामला ठंडा पड जाता है
विनोदकुमार महाजन
मुसिबतों के आग में
जब हम चारों तरफ से
जलने लगते है तब
हमारी आत्मा,ह्रदय,
दिमाग, मन भी जलते
रहते है
और हम तडपते रहते है
और मुसिबतों की आग
शांत होती है तब पूरा का
पूरा मामला ठंडा पड जाता है
विनोदकुमार महाजन
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