मैं मोदिजी, योगीजी का विरोध क्यों करूंगा ?

 मैं हिंदू होकर... मोदिजी और योगीजी का विरोध क्यों करूंगा ???

( लेखांक : - ✍️ २१३४ )


विनोदकुमार महाजन

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नवराष्ट्र निर्माण और हिंदू समाज की चेतना जागृती का अभियान अगर तेज गती से...

मोदिजी, योगीजी ,अमीत शाहजी जैसे अनेक धुरंधर प्रखर राष्ट्राभिमानी,दिनरात एक करके,आगे बढा रहे है...

तो...???

मोदिजी, योगीजी, अमीत शाहजी जैसे अनेक श्रेष्ठ महापुरुषों का मैं...

एक हिंदू होने के नाते से....

विरोध क्यों करूंगा ?

और कैसे कर सकूंगा ?


और मेरा यही सवाल देश के हर हिंदू भाई - बहनों को, और अन्य हिंदुत्व प्रेमीयों को है !


अगर मैं ऐसा करूंगा...

तो....

क्या मैं हिंदू कहने के लायक रहुंगा ?

हर एक हिंदू को,अपने आत्मा को यह प्रश्न पुछना ही पडेगा !


अगर मैं हिंदू होने के नाते से,

मोदिजी, योगीजी,अमीत शाहजी जैसे अनेक पुण्य पुरूषों का विरोध करूंगा...

तो मैं हिंदू कहने के लायक भी नहीं रहुंगा !


क्योंकि अनेक सालों बाद, हिंदुत्व को बचाने के लिए, ऐसे महापुरुष जी - जान से लगातार प्रयास कर रहे है !

और उनकी शक्ति बढाने के लिए, हमें, हम सभी भारतीयों को भी, दिनरात बि.जे.पी.के पिछे खडे रहना ही पडेगा !

और हमें बि.जे.पी.की शक्ति बढानी ही पडेगी !


अगर मैं ऐसा नहीं करता हूं,

दूसरे राजकीय पार्टीयों का सपोर्ट करता हूं,

धर्म निरपेक्षता का छद्मी समर्थन करता..हूं,   समाजवाद,

निधर्मीवाद,साम्यवाद में भटक और अटक जाता हूँ, और हिंदुमतों का निरंतर विभाजन करता रहता हूँ...

तो....

मेरे जैसा कर्मदरीद्री,कमनशीबी,ढोंगी, पाखंडी, मूर्ख, पागल दूसरा कोई हो ही नहीं सकता है !

क्योंकि ईश्वर ने खुद हमें सत्य की रक्षा, सत्य सनातन की रक्षा, हिंदुत्व की रक्षा के लिए,

उपरी लिखे हुए सभी महापुरुषों को भेजा है...

तो हम उन पुण्यपुरूषों का अगर विरोध करते है...

तो...???

हमारे ही पैरों पर हम कुल्हाड़ी मार रहे है...

ऐसा ही समझिए !

ईश्वर ने हमें सही - गलत,

असली - नकली पहचानने के लिए, जो बुध्दि का वरदान दिया है, वह व्यर्थ है... ऐसा भी समझिए !


क्योंकि,

दूसरे देशों में अथवा धर्मों में देखते है तो...

क्या दिखाई देता है ?

उन सभी की अपने धर्म के प्रती निष्ठा और देश के प्रती निष्ठा अद्वितीय होती है !


तो...?

हमारे यहाँ ही ,हमारे धर्म में ही,ऐसा बुध्दीभेद का कलंक क्यों ???


जाग जावो !

और हिंदुत्व रक्षा तथा राष्ट्ररक्षा के लिए एकजूट होकर,

तन - मन - धन से...

बि.जे.पी.का ही खुलकर समर्थन करते है !

और नवराष्ट्र निर्माण तथा नवसमाज निर्माण के लिए, संगठित होकर, वज्रमूठ बनाकर, भगवे झंडे के निचे सब मिलकर, जातीवाद भूलकर, एकत्रित आने की शपथ लेते है !

ऐसा निर्धार भी करते है !


मोदिजी, योगीजी, अमीत शाहजी देश के सर्वोच्च सत्तास्थान पर बैठकर, 

हमारा - हमारे अगले पिढी का भविष्य उज्वल बना रहे है !


तो हम उनकी शक्ति बढाने के बजाए, उनका विरोध करके,नवराष्ट्र निर्माण के लिए, बाधाएं क्यों डाल रहे है ???


आँखें खोलो,

और संपूर्ण देश में वायुगती से,बि.जे.पी.की शक्ति बढाकर, क्रांति की तेज लहर लाने के लिए, कटीबद्ध और वचनबध्द होते है !


" व्यर्थ इधर उधर भटककर " ,

शक्तिविभाजन द्वारा खुद का और भावी पिढी का सत्यानाश क्यों करते है ?


" इधर उधर ",भटकना,

मतलब...???

आत्मघात कर देना !

खुद का सर्वनाश कर देना !


तो एकसाथ सभी को मिलकर बोलना ही पडेगा...

" ओन्ली बि.जे.पी. "

" वोट फोर बि.जे.पी. "


हर हर मोदी

घर घर बि.जे.पी.

हर घर भगवा

घर घर कमल


कमल का फूल

मिटा देगा जीवनभर की 

धूल....


हर हर महादेव

जय जय श्रीराम

हरे कृष्णा

हरी ओम्


🙏🕉🕉🕉🚩🪷🪷🪷

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