मंदिर

 चाहे अनेक मंदिर गिरने दो

संस्कृति भी डूबने दो

धर्म भी समाप्त होने दो...

हमपर कोई फर्क नहीं पडता है


अगर ऐसी ही धारणा अनेक

हिंदुओं की होगी ?

तो क्या ऐसे भयंकर लोगों को

ईश्वर भी बचा पायेगा ?


बोलो...???


विनोदकुमार महाजन

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