कौन जिम्मेदार ?

 *दोष किसका ? सजा किसको ?* 

 *कौन जिम्मेदार ?* 

✍️ २४६३


 *विनोदकुमार महाजन* 


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यह एक निष्पाप बेटी की कर्मकहाणी है ! सत्यघटनाओं पर आधारित है ! ( थोडाबहुत बदलाव करके ! )


जब माँ बाप अपने बच्चों के लिए , उनका भविष्य उज्वल बनाने के लिए अथक प्रयास करते है , दिनरात मेहनत करते है तो शायद ?

निश्चित ही उन बच्चों को उसका जीवनभर के लिए फायदा ही मिलता है !

और एक निश्चिंत जीवन प्राप्त होता है !


मगर अगर माँ बाप ही बच्चों का मानसिक उत्पीड़न करते है , उनपर नन्ही सी उमर में लगातार भयंकर अत्याचार करते रहते है तब ?

उसका बुरा असर भी उन बच्चों पर जीवनभर के लिए रहता ही है !

और ऐसे कमनशीबी बच्चों का जीवन लगभग बरबाद ही हो जाता है !


आखिर नशीब अपना अपना होता है !


यह एक सत्य घटना पर आधारित कहाणी है ! अपनी माँ की गलती की वजह से कैसे एक निष्पाप लडकी का जीवन बरबाद हो गया ! और आजीवन के लिए उसे कैसे नारकीय जीवन प्राप्त हुवा ?


शायद आपकी आत्मा भी काँप उठेगी यह पढकर !


कथा पढकर आप कहेंगे ?

गलती किसकी ? सजा किसको ?

और ऐसी अनेक घटनाएं समाज में हमेशा घटीत होती रहती है !


आखिर इसका जिम्मेदार कौन ?

समाज ? समाजरचना ?

कानून व्यवस्था ?

या फिर हर एक का प्रारब्धभोग ?


आज भी समाज में अनेक निष्पाप , निरागस , ईश्वरीगुणसंपन्न छोटे छोटे बच्चों पर येनकेन प्रकारेण अनेक मानसिक आघात होते रहते है , और उनका उज्वल भविष्य लगभग समाप्त हो जाता है , पूरा जीवन ही बरबाद हो जाता है...


तो इसका जिम्मेदार कौन ?

दोष किसका ?

सजा किसको ?


तो कथा सुनिए : - ( कुछ लोग तो यह भी कहेंगे की ऐसा हो ही नही सकता है ---- खैर ! )


अपने पती के निधन के बाद एक स्र्ति धन लालच में आकर किसी तांत्रिक के चंगूल में फँस जाती है ! आखिर तांत्रिक तो तांत्रिक ही होते है !

उस तांत्रिक ने उस स्त्री का गलत फायदा उठाना आरंभ किया ! और मनमानी करने लगा !


धिरेधिरे उस तांत्रिक ने उस औरत के बडी बेटी को भी चंगूल में फँसाकर धिरेधिरे उसका भी फायदा उठाया ! मगर तंग आकर उस लडकी ने आत्महत्या कर डाली !

विशेष निंदनीय बात यह है की उस तांत्रिक के ऐसे कृत्य में उस बेटी की माँ का ही संपूर्ण हाथ था !

यह कैसी माँ ??


अबतक तो मसला गुप्त था !

मगर जब उस तांत्रिक ने उस औरत की दूसरी बेटी के साथ भी ठीक ऐसा ही व्यवहार करना आरंभ किया !

तो उस बेटी ने विरोध किया !

मगर उस बेटी की माँ ही बेटी को ऐसे कृत्य के लिए तैयार कर रही थी ! उफ्.....

वह औरत उसकी बेटी के सामने ही , उस तांत्रिक के साथ नग्न होकर सारा कर्म करने लगी !

ताकि बेटी भावनाविवश तरीकों से दुष्कर्म के लिए तैयार हो !


मगर हुआ उल्टा !

उस बेटी ने ऐसी ही स्थिति में दोनों की हत्या कर डाली !

और पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट दर्ज की !

( इस विषय पर शायद युट्यूब पर वीडियो उपलब्ध होंगे ! )


कोर्ट में केस चली !

उस बेगुनाह , निष्पाप लडकी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई !

एक जीवन बरबाद !

आखिर कौन जिम्मेदार ?


और अगर उस लडकी की सजा कम होकर वह लडकी समाज में फिर वापिस आयेगी तो क्या समाज , रिश्तेनाते उस लडकी को स्विकारेंगे ? फिरसे उसे आनंदी जीवन प्राप्त होगा ?


या फिर उसे अनजान जगह पर जाकर एक गुमनाम जीवन जीना पडेगा ? उस हत्या का आजीवन ह्रदय पर बोझ लेकर ?


शायद समाज के पास इसका कोई उत्तर नहीं होगा !


जय जय रामकृष्णहरी

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