बुरे लोग

 *जब बुरे लोग तुम्हें पिडा देते* है *....तो ??* 

👆✍️२६८९


🕉🕉🕉🕉🕉


जब...

बुरे लोग तुम्हें पिडा देते है ,

भयंकर तकलिफ देते है तो ?

हो सके तो मौन रहिए , शांत रहिए , स्तितप्रज्ञ बनिए !

बहुत ही असह्य हो रहा है तो ? 

ईश्वरी चींतन किजिए , गुरूमंत्र का जाप कीजिए !


हो सकता है तुमपर जलनेवाले , तुम्हें पिडा , तकलीफ देनेवाले तुम्हारे सारे दुखदर्द ,पीडा उनकी तरफ खिंच रहे होंगे !

तुम्हारी ग्रहदशा , तुम्हारी साडेसाती उनकी तरफ ले रहे होंगे ?

मतलब साफ है...

तुम दुखमुक्त हो रहे हों ,और पीडा देनेवाला घोर मुसिबतों में फँसता जा रहा हो ?


शायद तुम्हें और जादा शक्तिशाली बनाने के लिए , फौलाद बनाने के लिए , ईश्वर ही , नियती ही ऐसी कुछ अदृश्य योजना बना रहे हो ?


इसीलिए शांत और मौन रहिए !

क्योंकि अनेक बार शांति और मौन यश की ओर ले जाता है !


उसी शांति में भविष्य कालीन अनेक यशस्वी योजनाओं को भी बनाते रहिए ! ( शत्रुपिडा नाश )


याद रखिए....

ठंडा दिमाग यश की चाबी है ! इसिलिए अगर तुम्हें जानबूझकर अपमानित कर रहा है तो भी ?

शांत रहीए !

पिडा देनेवालों के बुरे दिन आनेवाले है ऐसा समझीये !

और जो जानबूझकर और बारबार विनावजह पिडा देता है , उसके बुरे दिन निश्चित ही आरंभ होते है और शायद उसी में उसिका सर्वनाश भी होता है !


रावण ने राम को तडपाया , रावण का सर्वनाश हुवा !

कँस दुर्योधन ने कृष्ण को तडपाया ? कँस , दुर्योधन का भी सर्वनाश हो गया !


कभी कभी अधर्मीयों के विरुद्ध आक्रामक भी बनिए ! मगर अनेक बार ठंडे दिमाग कि शक्तिशाली योजना भी यश की ओर ले जाती है !


तब जाकर तुम्हारा यश निश्चित होगा !

इसिलिए ....हर दिन....

निश्चिंत रहकर दिव्य मंजिल की ओर एक एक कदम बढाते रहिए !


 *हरी ओम्* 


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 *विनोदकुमार महाजन*

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