बिनधास्त तो बोलना पडेगा !

 बिनधास्त बोलना पडेगा : -

हिंदुराष्ट्र बनाना है !!

✍️ २२४८


विनोदकुमार महाजन

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हम हिंदु,

सहिष्णु या अती सहिष्णु ?

विशेषता धर्म कार्यों के लिए और धर्म जागृती के लिए ?

हमें,

रामराम बोलने में शर्म आती है !

माथे पर केशरी तीलक लगाने में शर्म आती है !

हिंदुत्व का प्रतीक तुलसी माला अथवा रूद्राक्ष माला गले में पहनने के लिए शर्म आती है !

घर पर भगवान का प्रतीक भगवा ध्वज लगाने में शर्म आती है !


और कहते है ? हम हिंदु है !


अरे जरा , " उनको तो देखो .."

कट्टर धर्माभिमानी !

टोपी पहनने में शर्म नही !

जोरजोरसे नारे लगाने में शर्म नही !

सबकुछ बिनधास्त काम है ,

" उनका .."


इसिलिए धर्म जागरूकता के लिए कट्टर बनो ! बिनधास्त बनों !

छाती ठोक के,सीना तान के बोलो....

सब मिलकर बोलो....

एक ही आवाज में बोलो...

गली,गाँव, शहरों से बोलो...

बुढा, बच्चा बोलो...

कोने कोने से एक ही आवाज दो

बिनधास्त नारा लगाओ,

" हिंदुराष्ट्र बनाना है ! "

" भगवे का राज लाना है ! "

" हिंदवी स्वराज्य बनाना है ! "


हर एक को,

बिनधास्त तो होना पडेगा !

बिनधास्त तो बोलना ही पडेगा !


" हिंदुराष्ट्र बनाना है ! "

जो हमारा कानूनी मौलिक अधिकार भी है ! 

और हमारी यह अभिव्यक्ति की आजादी भी है !


जो सत्य है , वह बोलने में,

हिचकिचाहट क्यों ?

संकोच क्यों ?

यह भूमि आक्रमणकारियों की नहीं है ! बल्कि, देवीदेवताओं की है ,साधुसंतों की है !


यहाँ का कंकर कंकर ही शंकर है ! और हमारे रोम रोम में राम है !

तो सत्य कहने में डर क्यों ?

और डर कैसा ?


डर के मारे हम घर में छुपकर बैठते है,

बिनधास्त, खुलेआम,

हिंदुराष्ट्र बनाना है,

नहीं बोलते है...तो...

हम तेजस्वी कैसे ?

तेजस्वी ईश्वर की संतांने कैसे ?

तेजस्वी ईश्वर पूत्र कैसे ?


इसीलिए हम सभी को,

तेजस्वी बनना है !

शक्तिशाली भी बनना है !

और हमारी आवाज बुलंद भी करनी है !

एक ही शक्तिशाली आवाज में,

सबको मिलकर बोलना है,

" हिंदुराष्ट्र बनाना है ! "

हिंदुराष्ट्र बनाना है !


बिनधास्त बोलना है,

हिंदुराष्ट्र बनाना है !!


या फिर कायर बनकर घर में ही स्वस्थ बैठना है ?

किडेमकौडे की तरह निरर्थक जीवन जीना है ?

और....एक दिन ??

किडेमकौडे की तरह,

मर जाना है ?


इसीलिए ?

एक ही ध्यास,एक ही प्यास...

" हिंदुराष्ट्र बनाना है ! "

हिंदुराष्ट्र बनाना है !


हिंदु ध्वज वाहक वीर सपूतों,

उठो और एक ही आवाज में,

संपूर्ण देश में,एक ही सिंहगर्जना करों....

" हिंदुराष्ट्र बनाना है ! "

हिंदुराष्ट्र बनाना ही है !!


चल उठ,हिंदु,

तेजस्वी ईश्वर पूत्र,

कर्तव्य पथ पर निरंतर चलता जा ! चलता जा !!

चलते चलते मंजिल जरूर मिल ही जायेगी एक दिन !


हिंदुराष्ट्र की जयजयकार !

अखंड भारत जींदाबाद !!


हरी ओम्


🕉🚩🪷🕉🚩🪷

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