मूलमंत्र

 तुम्हारे प्रति अगर किसीके दिल में थोडाबहुत भी आदर है तभी उनसे रिश्ता रखो ! उपर से प्रेम का दिखावा और अंदर से नफरत करनेवालों से सदा के लिए संबंध विच्छेद कर दो ! यही आनंदी रहने का मूलमंत्र है !

जय श्रीकृष्ण !!


विनोदकुमार महाजन

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