क्या होगा ?

 *कुछ भी नहीं होगा ???*

✍️ २६५०


👆👆👆👆👉


कुछ भी नहीं होगा !

जी हाँ !

चार दिन शोरशराबा होगा !

हल्ला गुल्ला होगा !

बंदूकें तानी जायेगी !


और एक दिन ? सदा के लिए ? सबकुछ शांत हो जायेगा !


थोडा बहुत जागनेवाला , मुर्दाड मन से जीनेवाला ,

अन्याय सहनेवाला और भागने की लत लगनेवाला,

हिंदू ??

फिर से सो जायेगा ❓⁉


क्योंकी ? इच्छाशक्ती का अभाव ! कुछ कर दिखाने का अभाव ! अत्याचार के प्रती प्रतिशोध का अभाव !


राजनितीयाँ चलेगी !

राजनितीयाँ शेकेगी !

राजकीय दाँवपेंच चलाये जायेंगे !


और....??

फिरसे ?

भयभीत करनेवाले भयंकर हमले भी आरंभ हो जायेंगे !

और हिंदू ?

मुर्दाड मन से सबकुछ सहता जायेगा ! हमेशा की तरह !


स्वाभिमान , आत्मतेज मरा हुआ चैतन्य शून्य समाज ,

आखिर कब जागेगा ?

संपूर्ण परिवर्तन के लिए ,

महाक्रांति अभियान के लिए , कब आगे बढेगा ?


जगाने वालों को , महापूरूषों के आदर्शों को भी ? यह निस्तेज समाज भूल जायेगा ?

हमेशा की तरह ??


ऐसा डर लगता है ?

क्योंकि आजतक ऐसा ही होता आ रहा है !


यह निराशावाद नहीं है , बल्कि हकीकत है !


इससे उपर उठकर अगर ,

प्रतिशोध की आग में ,

कृष्णनिती द्वारा आगे बढेगा ? कौटिल्य निती के अनुसार हर कदम , फूंकफूंककर चलेगा ?


तो निश्चित ही विजयी बनेगा ! विश्व गुरु भी बनेगा !

और विश्व विजेता भी !!


देखते है आखिर ईश्वर भी क्या चाहता है ?


मगर.... एक अंतिम सत्य भी है की....

नियती भी अपना हिसाब पूरा करके ही रहेगी !

किसी को भी नहीं छोडेगी !


भगवान का भगवा ही विश्व को तारक और ? विश्वोद्धारक भी है !!


हर हर महादेव !!!


👉🚩🚩🚩🚩


 *विनोदकुमार महाजन*

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

संपूर्ण लेखांक भाग २५

ईश्वर