कटते रहो

 *कटते रहेंगे ⁉* 

✍️ २६४१


जबतक हिंदू  ❓जागृत नही होता है और एक नहीं होता है तबतक हिंदू ⁉

कटता रहेगा !!


प्रतिशोध और प्रतिघात के लिए हरेक के अंदर की ज्वाला , आग ,तेज , लाव्हा जागृत होना और संगठित होकर , आक्रामक होना , यही बचने का अंतिम उपाय है ! 


मगर ? निद्रीस्त , आत्मघाती हिंदुओं को जागरूक और आक्रामक बनायेगा कौन ❓⁉

क्योंकि ? जो भी जगाने आता है ? उसका भी हिंदू ? 

घात करता है ??


सदियों से इतने भयावह अन्याय , अत्याचार सहने के बाद भी अगर हिंदू जागरूक और संगठित नही होता है....विनाशकारी सेक्युलरिज्म में लटकता रहता है....? ऐसे समाज का अध:पतन और विनाश क्या ? स्वयं ईश्वर भी रोक पायेगा ??


सभी हिंदुओं का एकगठ्ठा मतदान हिंदुत्ववादी पार्टियों को होना भी अत्यावश्यक है !

मगर....

हिंदुत्ववादी पार्टीयों को छोडकर , हिंदुविरोधी पार्टीयों को मतदान करते रहेंगे तो ?❓निश्चित ही कटते ही रहेंगे !!


जागरूक बनो !!

संगठित बनो !!

आक्रामक बनो !!


हर हर महादेव !!!


 *विनोदकुमार महाजन*

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