मजबूर हिंदू

 *हिंदू कमजोर है ??* 

✍️ २६३१


👆🤔🤔🤔🤔


" डायरेक्ट एक्शन डे "

के नामपर पश्चिम बंगाल,

नोआखाली में उस समय भयंकर नरसंहार हुवा !

चूनचूनकर हिंदू मारे गये !

४८ घंटों में लगभग ४० हजार हिंदू मारे गये ?

ना जाँच हुई ? ना गुनहगारों को दंड ?


ऐसा क्यों ??


कश्मीर में भयंकर नरसंहार हुवा !

अनेक हिंदू चूनचूनकर मारे गये ! अनेक बेघर हो गये !

ना जाँच ना गुनहगारों को कठोर शासन हुवा ?


आखिर ऐसा क्यों ?

कारण क्या है ?


हिंदू कमजोर है ?

हिंदू डरा हुवा है ?

हिंदू आपसी कलह में मस्त है ?

हिंदू अज्ञानी है ?

हिंदू निद्रीस्त है ?

हिंदू बेफिकर है ?

अन्याय का प्रतिकार और प्रतिशोध लेने में भी ? हिंदू असमर्थ है ?


आज भी पश्चिम बंगाल , केरला जैसे अनेक प्रदेशों में हिंदू हतबल है ?

बांगलादेश , पाकिस्तान में हिंदू नामोहरम है ? 

नामोनिशाण मिटने की कगार पर है ?


वैश्विक हिंदू समाज भी हतबल है ???


तो फिर हिंदुओं के लिए आवाज उठानेवाला , हिंदुओं का तारणहार कौन है ? होगा ??


" एक के बदले ? हजारो ? "

यह इस्राएल का न्याय है ?

मगर हमारे यहाँ ?

लाखों , करोडो मरनेपर भी ?

स्मशान शांतता है ?

भयभित करनेवाला हिंदूओं का मौन ? विनाशकारी है ?

क्यों ??


सदीयों से , अति भयावह ,भयानक, भयंकर अत्याचार सहने के बाद भी ? हिंदू ??

मौन , शांत , हतबल ,सहिष्णू क्यों है ???


और ? आपसी लडाई झगडें में माहिर ( भी ?? ) है ?

हिंदू ??


इसकी काट ? इसका रामबाण इलाज ?

ना के बराबर है ?


ऋषीमुनियों का देश , वीरपुरूषों का देश ,साधुसंतों का देश , महापूरूषों का देश ,देवीदेवताओं का देश ,महात्माओं का देश , तेजस्वी पुरूषों का देश ?

आज इतना हतोत्साहित , गलीतगात्र , हतबल ,नामोहरम क्यों है ?


हमारा धधगता ईश्वरी तेज कहाँ है ?

हमारा तेज कहाँ गायब हो गया ? कहाँ लुप्त हो गया ?

अन्याय के विरुद्ध की हमारी  धधगती ज्वाला कहाँ है ?


क्या सचमुच में अस्तित्व समाप्त होने का इंतजार है ये ??


हिंदुओं की आज की भयंकर स्थिति और आत्मघाती वृत्ति देखकर बहुत दुखी भी हूं !


( अभी अभी थोडाबहुत हिंदू जाग चुका है... ऐसा लगता है ! मगर फिर भी भविष्य में भरौसा नहीं है !....

फिर से हमारे विनाश का सपना देखने वालों को ही चुनेंगे ??....

डर लगता है !?

कितना भागेगा ? कहाँ भागेगा ?? )


नवसंजीवनी देनेवालों को भी शायद ? दिशाहीन करेगा ? 


अंत में इतना ही कहूंगा...

जागो...वीरजवानों...

नहीं तो....??

भविष्य अंधकार मय है !


आगे ईश्वर की इच्छा !

जय श्रीकृष्ण !


🙏🙏🙏🙏🌞


 *विनोदकुमार महाजन*

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

संपूर्ण लेखांक भाग २५

ईश्वर