दुष्ट

 साँप के मूंह से कभी भी

अमृत नहीं निकलेगा ,हमेशा

जहर ही जहर निकलेगा !

वैसे दुष्टों का आचरण भी

हमेशा परपिडादायक ही

रहेगा !!


विनोदकुमार महाजन

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