मौका

 *आड में...!?? ❓❓* 

✍️ २६३९


अगर , खां ग्रेस ने आड़ से , तानाशाह बनकर , हिंदुत्व पर प्रहार किया , ठीक वैसे ही , मोदिजी हिंदुओं को बचाने के लिए , यही निती तुरंत क्यों नहीं अपना रहे हैं ? 


बचने का यही एकमात्र और अंतिम उपाय बच चुका है ! यही अंतिम उपाय बर्बादी संपूर्ण रूप से रोक सकता है !


पहले से ही पाणी सर से उपर बह चुका है !

उपरी मलमपट्टी से केवल समय की बर्बादी ही होगी ! हाथ में कुछ भी नहीं लगेगा !

यह व्यर्थ का टाईमपास होगा ! और ऐसा टाईमपास, शैतानों को शक्ति बढ़ाने के लिए सहायभूत होता है ! 


और शैतानों की हरपल बढ़ती हुई प्रचंड शक्ति , भविष्य में हमारे संपूर्ण तबाही का कारण भी बन सकती है !

उदाहरण :- पाकिस्तान, बांग्लादेश !


सत्ता स्थान का ऐसा मौका बार-बार नहीं आता है ! एकबार मौका मिलने पर ही सारे काम

फतेह करना समय की माॅंग ही नहीं तो , अत्यावश्यकता भी है !


 *विनोदकुमार महाजन*

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