मोदिजी को पत्र ( १० )

 धरती माता ने ,चंदा मामा ने और सृष्टि रचियेता खुद ईश्वर ने भी आज ,मोदिजी जैसे महापुरुष का दिव्य प्रेम स्वीकार किया है।


मेरा देश बदल गया है।
सचमुच में मेरा देश बदल गया है।
आज के स्वर्णीम क्षणों में आँखों में...
आनंद के अश्रु है।

सचमुच में...
मोदिजी है तो मुमकिन है...
यह सिध्दान्त संपूर्ण देश ने और संपूर्ण विश्व ने स्वीकार किया है।

I am proud of you
I am proud of you
I am proud of you

त्रिवार जयजयकार
और त्रिवार अभिनंदन है आपका

आज लिखने को
सचमुच में शब्द भी कम पड जायेंगे।

जय श्रीराम
🙏🙏🙏 🕉 🚩

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