मोदिंना पत्र

 कुछ दिनों बाद, निहारू...गांडी के पुतले भी लोग स्वयंस्फुर्ती से उखाड़ फेकेंगे।

दोनों का महाभयानक, असली चेहरा लोगों के समझ में जब आयेगा, लोग इन दोनों से घृणा करेंगे।

मगर लोग आज भी अज्ञानी है।
विस्तृत जनजागृति अभियान द्वारा लोगों को जगाना होगा।

राष्ट्रीय, वैश्विक चेतना जागृति अभियान तथा ईश्वराधिष्टीत वैदिक हिंदु धर्म ,सनातन को विश्व के कोने कोने में पहुंचाने के लिए, मुझे आप सभी का संपूर्ण सहयोग, आशिर्वाद चाहिए।
अनेक प्रकार की आर्थिक मुसिबतों के कारण मैं इस ईश्वरी कार्य को ,इच्छा होकर भी , आरंभ नहीं कर सकता हूं।

सहयोग की जरूरत है।
🙏🙏🙏

विनोदकुमार महाजन
पत्रकार,व्हाट्सएप
8329894106

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस