बहुसंख्यक

 बहुसंख्यक समाज पर कुछ

असामाजिक तत्व एक अन्यायकारी निती बनाकर

अनेक सालों तक अत्याचार करता है , तब क्रांती होती है


विनोदकुमार महाजन

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