सावधान भारत

 सावधान भारत

--------------------------------------

तमाम भारतवासियों,

आज जो भी भारतीय जागृत है,विषन्न है ,बेचैन है।

मैं भी बेचैन हुं।माता भारती को बदनाम करने का,ध्वस्त करने का,बडे शातिरी दिमाग से भयंकर षड्यंत्र किया जा रहा है।

किसान आंदोलन की आड में मोदी सरकार को और देश को अस्थिर करने की यह भयंकर अंतरराष्ट्रीय साजिश है।

यही माहौल आज रशिया में भी पुतिन के खिलाफ बनाया जा रहा है।


भाईयों, मतलब साफ है,किसान आंदोलन की आड में कुछ विघटनकारी शक्तियाँ चाईना और पाकिस्तान के फंडिंग के आधार पर देश में बडी साजिश रच रही है।


हर एक देशप्रेमी इससे भयंकर दुखी है।विशेषत : २६ जनवरी को तिरंगे का अपमान।


इसका हल क्या है भाईयों ?

हल आसान है ?

आसान जरूर नही है।मगर नामुमकिन भी नही है।


दिल्ली में इस्त्राएल दूतावास के नजदीक बाँम्ब का प्रयोग क्या दर्शाता है ?

क्या फिर भी हम सोये रहेंगे ?


नही भाईयों, हमे यह साजिश पूरी तरह से ध्वस्त करनी ही है।एक होकर।एक दिल से।और देश को बचाने के लिए और विश्व गुरू बनाने के लिए यह अती आवश्यक भी है।

और मोदी - शाह की कसी हुई जोडी इसका हल तो ढुंडेगी ही।

जरूर ढुंडेगी।


मगर हमारा, देशवासियों का भी कुछ दाईत्व है।


मुझे इस विषय पर,

एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के महात्मा का फोन आया था की,

राष्ट्रीय स्तर पर इसके खिलाफ बडा जनआंदोलन खडा करने के लिए, निजी तौर पर आप क्या कर सकते हो ?

मैंने झट से कहा,


" बहुत कुछ कर सकता हुं । "


खैर,

यह बात यहाँ तक ही सिमीत रखता हुं।


मगर आज,

देश में तेजिसे फैलती या फैलाने जानेवाली अराजकता का तुरंत हल क्या है ?


उत्तर है ? 

जरूर है।

रशिया, अमरीका, इस्राएल, फ्रांस, आँस्ट्रेलिया,जापान, मँनमार, जैसे आतंक से प्रभावित अनेक देशों को पाकिस्तान और चाईना के खिलाफ तुरंत एक करना और तुरंत सख्त एक्शन में लाना।


और देश में कुछ दिनों के लिए

राष्ट्रपति शासन लागू करना।


मैं फिर से कहता हुं,

काम आसान नही है मगर नामुमकिन भी नही है।


जरूरत है तीव्र इच्छाशक्ति की।और तुरंत निर्णय लेकर अमल करने की।


वैसे तो चाईना और पाकिस्तान की गतीविधियों से संपूर्ण विश्व तो पहले से ही त्रस्त तो है ही।


और संपूर्ण विश्व इनकी गतीविधियों के कारण से विनावजह तिसरे महायुद्ध की तरफ बढ रहा है।

महायुद्ध यह इसका हल नही है।

फिर भी इसके आसुरिक सिध्दांतों का नाश करके,संपूर्ण विश्व को ,


चैन की निंद से सोने के लिए,

संपूर्ण विश्व को एक होकर ठोस और निर्णायक कदम तो उठाने ही पडेंगे।


भाईयों,

मेरा निचे का मत पढिये और राष्ट्र निर्माण के मेरे अगले अभियान में जुडने का मुझे आज,अभी वचन दिजिए,

👇👇👇

" शत्रू की,

सैतानों की,

राक्षसों की,

अंदरूनी निती समझो

और उसपर,

बुध्दी के हथियार से,

जमकर प्रहार करो


और उसे संपूर्ण रूप से ध्वस्त करो....

फिर दोबारा शत्रु या शत्रु राष्ट्र हमारी तरफ आँख उठाकर ना देख सके।


तभी,

" विजेता बनोगे "



यही कृष्ण निती,चाणक्य निती,राजे शिवाजी की,


विश्व में सबसे बेहतरीन और सर्व श्रेष्ठ निती है


हरी ऊँ


V.K.M."

👏👆👆👆पढ लिया ???


आजतक राष्ट्र जागर तथा वैश्विक कार्य के लिए, हजारों की संख्या में लेख लिखे है।


दुख इस बात का है की,

कुछ कारणवश राष्ट्र की चेतना कुछ हद तक मर सी गई है।


चलो हम सब मिलकर फिरसे

राष्ट्र चेतना जगाते है।नया इतिहास बनाते है।


विश्व गुरू भारत की ओर तेजिसे कदम बढाते है।

वसुधैव कुटुम्बकम

की ओर बढते है।

------------------------------------

विनोदकुमार महाजन,

अंतरराष्ट्रीय पत्रकार

Comments

Popular posts from this blog

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र

साप आणी माणूस