मेरे देश को मैं झूकने नही दूंगा

 मेरे देश को झूकने नही दूंगा।


काला धन बहुमात्रा में छुपाने के लिए खेती एक बडा माध्यम था।मगर अब नये कानून की वजह से काले धन छुपाने वाले सभी भेडिये परेशान है।इसीलिए यह आंदोलन चल रहा है।

वास्तव में यह देशविरोधी और देशविघातक आंदोलन है।क्योंकि इसके आड में अनेक देशद्रोही शक्तियाँ भी अपना उल्लू सिधा कर रहे है।इसी लिए यह अराजक तत्व कानून वापस लेने की निरंतर मांग कर रहे है।

और अगर सरकार यह कानून वापस लेती भी है तो अगला अजेंडा सि.ए.ए.और एन.आर.सी.कानून वापस लेने का चलेगा।


और मोदी और योगी यह अंदरूनी बात समझते है और जानते है।और इसीलिए बिल्कुल ठंडे दिमाग से अगली यशस्वी रणनीति बनाई जा रही है।


जिन्होंने अनेक सालों की 370,बाबरी जैसी क्लिष्ट और पूरानी बिमारी बडे योजनाबद्ध तरीकों से समाप्त की है,उनके लिए, यह प्रश्न हल करने में क्या दिक्कत होगी भाईयों ?


जरा आप ही बता देना।


आगे आगे देखिए होता है क्या।

मोदीजी मुख्यमंत्री थे तब नर्मदा सरोवर का प्रश्न भी ऐसा ही अंतरराष्ट्रीय बनाया गया था।फिर भी नर्मदा सरोवर बन ही गया।

तब मोदीजी केवल गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

और आज तो सर्वशक्तिमान प्रधानमंत्री बन गये है।उपर से मोदीजी को खुद्द महादेवजी का ईश्वरी वरदान प्राप्त है।तो उनको ईश्वरी कार्य में कौन रोकेगा ?

कार्य तो सफल होकर रहेगा।बस्स...थोडासा धिरज चाहिए।


चुहा मजा कर रहा है।पलटियां खाकर आनंद मना रहा है।और....बिल्ली दूरसे ,हँसकर उस बेचारे चुहे की मजा देख रही है।

बिल्ली के एक पंजे का इंतजार है।


समझे कुछ ?


सांप भी मरे लाठी ना टुटे,

यही सर्वश्रेष्ठ कृष्ण निती का प्रयोग हो रहा है।

इसिलिए भाईयों, शांत रहिये।निश्चिंत रहिये।


मेरे देश को मैं कभी झुकने नही दूंगा

वालों के

शक्तिमान हाथ में आज देश है,यह बात पक्की याद रखना।


सबका साथ,सबका विकास, सबका विश्वास

होकर ही रहेगा।थोडा धिरज रखिये।


हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

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