जोर का झटका धिरे से लगे
जोर का झटका, धिरे से लगे...
मोदिजी क्या करते है पता है भाईयों ?
बिल्कुल कृष्ण निती से चलते है
देश में अराजकता फैलाने वाला राक्षस चाहे कितना भी बडा हो...
मोदिजी एक निती बनाते है
राक्षस को चक्रव्यूह में फँसने का इंतजार करते है
और जैसे ही राष्ट्र द्रोही चक्रव्यूह में फँसता है
उसे
...
जोर का झटका धिरे से लगे
धिरज रखो भाईयों
भविष्य में सत्य की और ईश्वरी सिध्दांतों की जीत होकर रहेगी
इंतजार करो
हरी ऊँ
विनोदकुमार महाजन
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