महालक्ष्मी प्रसन्न

 महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हापुर का संध्यासमय का.. मनोहारी,सुंदर दृष्य https://globalhinduism.online/?p=2009


यह विष्णु पत्नी, कोल्हापुर निवासी, माता महालक्ष्मी परिसर, प्रांगण का संध्या समय का सुंदर,मनोहारी दृष्य है।


जब भक्तों पर संकट आते है तो देवीदेवता भक्तों की हर मुसिबतों में रक्षण करते है।


मेरी माता महालक्ष्मी ने भी मुझे  अनेक संकटों में आधार दिया है।


माता मेरे साथ बाते भी करती है।

माता का मैं तेजस्वी पूत्र हुं इसका अभिमान है।


एक बार सपनों में आकर मेरी माता महालक्ष्मी मुझे बोली...

" क्यों रोता है ? क्यों व्यर्थ की चिंता करता है ? क्यों परेशान होता है ? अब मैं तेरे घर में रहने को आई हुं । "


और सचमुच में अनेक मुसिबतों में मुझे हर बार माता के चमत्कार दिखाई देते है।

सद्गुरु कृपा से मेरा जीवन धन्य हो गया। अनेक देवीदेवता मेरे साथ प्यार से बाते करते है।


आप भी यह लिंक खोलकर माता के मंदिर परिसर के दर्शन किजिए।


हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

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