देश माँगे क्रांती

 देश माँगे क्रांति

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जी हाँ साथीयों,

देश में भयंकर तेज गती से

बढती भयंकर हैवानियत रोकने के लिए...

हर पल,पल पल हमारे लिए महत्वपूर्ण है....

यह हमारे अस्तीत्व का प्रश्न है।


हैवानियत कैसे बढाई,किसने बढाई...

लगभग पूरा देश सच्चाई जान गया है...और देश धिरे धिरे जाग भी रहा है।मगर लोगों में,समाज में जागृती की लहर भयंकर तेज गती से बढानी होगी।वह भी कानून के दायरे में रहकर ही कार्य सफल करना होगा।


कुछ प्रश्नों के जवाब खुद को पुछीए और आत्मतेज जगाईये।ताकी क्रांती की लहर संपूर्ण देश में वायुगती से फैल सके।


हैवानियत बढाने वालों की गती और संख्या आग की तरह चारों तरफ फैल रही है,और सत्य को...धर्म को जलाने की चारो तरफ सेकोशिश कर रही है।


और हमारे,

कुछ...लोग...गहरी नींद में है

अथवा हैवानियत का साथ दे रहे है।


इसिलिए,

पचास प्रतिशत भी जागेंगे, आत्मतेज जागृत करेंगे

तो...

क्रांती की लहर ही नही...

तूफान आयेगा...

और अधर्म पर प्रहार होगा।


उन्होंने

इतने भयंकर, भयानक, भयावह जोर के झटके हमें दिए है की,

हमारे समझ में भी नही आये।


मगर हम भी अब ऐसे जोर के झटके धिरे से लगाएंगे की...

हैवानियत पर ही प्रहार होगा...

और हैवानियत संपूर्ण देश से सदा के लिए समाप्त हो जायेगी।


याद करो...

१) भयावह कश्मीर कांड

२) सुभाषबाबू के साथ हुवा विश्वासघात

३) लालबहादुर शास्र्तीजी का नाम

४) करपात्री महाराज

५ ) शामाप्रसाद मुखर्जी


और ऐसे अनेक अनभिज्ञ हादसे


किसने किया ऐसा भयंकर कुकृत्य ?

क्या कानूनी जाँच होगी ?

सत्य बाहर आयेगा ?

गुनहगारों के असली मुखौटे बाहर आयेंगे ?

मुजरीमों को सजा मिलेगी ?


सभी प्रश्नों के उत्तर संपूर्ण देश जानना चाहता है।


जागो भाईयों।

जागो साथियों।

भयंकर मुसिबत की घडी में एकजुट होकर, असत्य... अधर्म... हैवानियत पर...

वज्रमुष्टि बनाकर....

एक ही प्रहार करने के लिए...

वचनबद्ध हो जावो।


अब देश माँगे क्रांती की लहर।

सत्य को बचाने के लिए....

अधर्मीयों का भंडाफोड़ करने के लिए....


देश माँगे क्रांती।


और हम तेजस्वी ईश्वर पूत्र क्रांती लाकर ही रहेंगे।

हर हर महादेव।


हरी ओम्

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विनोदकुमार महाजन

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