सुभाषचंद्र बोस
कितना प्यारा था यह
राष्ट्र गान हमारा
सुभाषचंद्र बोस जी का
यह प्यारा प्यारा
संपूर्ण देश का है इसमें
महिमामंडन
सारे विश्व में पहुंचेगा
हिंदुस्तान का परचम
यह राष्ट्र गान सुनते ही
जागता है रोम रोम हमारा
आदर्श हिंदुस्तान का
यह है उद्घोष निराला
सुनो सुनो रे भाईयों
और सुनो सुनो बहनों
यह सुंदर राष्ट्र गान
निराला...
राष्ट्र गान सुनते ही
एक प्रश्न मन में आता है...
सचमुच में देश के प्रधानमंत्री
अगर...
सुभाष बाबू ही बनते तो ?
कितनी बहार आती मेरे देश में ?
सर्वश्रेष्ठ योग्यता होकर भी...
आखिर...
क्यों न बन सके ???
भारत के प्रधानमंत्री....
हमारे, हम सभी के,
प्यारे प्यारे
सुभाषचंद्र बोस ???
प्रश्न हमारे अंतरात्मा को पुछना है....
और जवाब ही अंतरात्मा से ही देना है....
सोचो,समझो,जानो,जागो....
भारत माता की जय
वंदे मातरम्
हरी बोल
शब्दांकन : - विनोदकुमार महाजन
Comments
Post a Comment