माँ
माँ कौन होती है ?
गलतीयों पर परदा डालकर
सद्गुणों को विकसित करनेवाली
और दुनियादारी ?
छोटिसी गलती पर भी जीना
मुश्कील कर देनेवाली
सद्गुणों को छुपाकर
ना के बराबर दोषों को
सारे समाज में फैलाकर
बदनामी का भयंकर जहर देनेवाली
होती है दुनियादारी
हर एक व्यक्ती माँ जैसा पवित्र प्रेम नही दे सकती
बचके रहना
इस रंग बदलती दुनिया में
विनोदकुमार महाजन
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