सख्त एक्शन की जरूरत

 मोदिजी,

अब कठोर निर्णय लेने पडेंगे !

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मोदिजी,

राष्ट्र हित के लिए अब सख्त और कठोर निर्णय लेना अनिर्वार्य हो गया है।

संपूर्ण देश में आज जो अराजक तत्त्व तथा देशद्रोही शक्तियां आक्रमक हो रही है...तो ऐसी शक्तियों को सदा के लिए कुचलने के लिए अब तुरंत सख्त और कठोर निर्णय लेने की अत्यावश्यकता बन गई है।

अंतरराष्ट्रीय नितीयों की वजह और कानूनी प्रक्रिया के कारण से ठोस निर्णय लेना थोडा कठीण जरूर है।मगर असंभव नही है।


उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से संन्माननीय मुख्यमंत्री योगीजी देशद्रोही शक्तियों को कुचलने के लिए शक्तिशाली निती अपनाकर,राष्ट्रद्रोहीयों पर जिस प्रकार से सख्त एक्शन लेकर कठोर प्रहार कर रहे है...ठीक इसी प्रकार की निती संपूर्ण देश के लिए अपनाने की जरूरत है।


माना की छोटीसी गलती भी राष्ट्रद्रोहीयों का मनोबल बढा सकती है।और सरकार को आंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करके,2024 की जीत की रणनीती विरोधी बना भी सकते है,यह भी सौ प्रतिशत संभावना है।या फिर विरोधियों का यही एकमात्र उद्देश भी हो सकता है।

और....

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की,हमारे ही समाज का कुछ भरौसा नही है।मतलबी और लालची समाज ने अटलजी को भी पश्चाताप दग्ध बनाया था।

इतिहास साक्ष है हमारे ही समाज की गलतीयों का।

इसिलिए जीत की चौतरफा निती बनाना भी अत्यावश्यक है।


मगर चाहे कुछ भी हो,आज संपूर्ण देश में जो अराजक तत्त्व सक्रीय हो रहे है,और राष्ट्रप्रेमीयों को खुलेआम चुनैतीया और धमकीयां दे रहे है,इसे दुर्लक्षित करने से उनका मनोबल भी बढेगा और प्रखर राष्ट्रप्रेमीयों का मनोबल टूटेगा।


समाज सैरभैर करना और उसी समाज पर प्रहार करके अपना उद्दिष्ट साध्य करना यही एकमेव राष्ट्रद्रोहीयों की रणनीती चल रही है।बिल्कुल ठंडे दिमाग से इसकी तुरंत काट निकालना और राष्ट्रद्रोहीयों पर जमकर सख्त प्रहार करना आज समय की मांग है।संपूर्ण देश की मांग है।सभी देशवासियों की मांग है।


मोदी सरकार पर जनता जनार्दन का विश्वास धिरे धिरे बढता जा रहा है।मगर विरोधी येनकेन प्रकारेण यही जनता का विश्वास समाप्त करने की लगातार कोशीश कर रहे है।


राष्ट्रद्रोही शक्तियों को कुचलने में मोदी सरकार नाकामयाब रही तो निश्चित रूप से विरोधी इसका फायदा उठायेंगे।


मोदी सरकार राष्ट्रद्रोहीयों के प्रती सख्त एक्शन ले...तो भी सरकार बदनाम हो,और अगर एक्शन ना भी ले,तो भी मोदी सरकार बदनाम हो...

ऐसी दोहरी रणनिती और चाल विरोधी चल रहे है।

विरोधीयों का षड्यंत्र भी ध्वस्त हो,राष्ट्रद्रोही शक्तियां भी नेस्तनाबूत हो और राष्ट्रप्रेमीयों को तथा संपूर्ण देश और समाज को विश्वास भी हो,ऐसी तगडी रणनीती बनाने की और उसे तुरंत अमल में लाने की आज जरूरत है।


देशद्रोही शक्तियों का जमीन के निचे से ,देश में चौतरफा आग लगाकर अराजकता फैलाकर और अपनी रोटीयां सेंकना यह षडयंत्र अगर तोडना है...तो उसके लिए तगडी रणनीती की सख्त जरूरत है।


चक्रव्यूह भेदन आज समय की मांग तो है ही,सख्त जरूरत भी है।


राष्ट्रप्रेमीयों को देश छोडने की धमकी कोई देता है,और सरकार भी मौन रहती है...तो...निश्चित रूप से भारतीय समाज में गलत संदेश जायेगा।


इंदिरा गांधी निर्णय लेती थी तो ठोककर लेती थी।चाहे वह निर्णय गलत भी क्यों न हो।और वह निर्णय ...

बुमरैंग भी न हो...

इसकी भी निती पहले से ही बनाती थी।यह तो सर्वज्ञात ही है।


और इसिलिए मोदी सरकार अगर सभी के कल्याण के लिए ही निर्णय ले रही है...

तो...?

ठोककर निर्णय लेने में क्या आपत्ती है ?

जनता जनार्दन तो वाहवा ही करेगी।जिस प्रकार से योगीजी की और उनके धडाकेबाज निर्णयों की संपूर्ण देश वाहवा ही कर रहा है।

प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक्स मिडिया से भी बढकर आज सोशल मीडिया तेज गती से दौड रहा है।और सोशल मीडिया पर योगिजी के निर्णयों की संपूर्ण देश में जमकर वाहवा हो रही है।

इसी प्रकार वाहवा मोदी सरकार को भी जरूर मिलेगी ही मिलेगी।मगर इसके लिए ठोस निर्णयों की और तुरंत अमल की सख्त जरूरत है।


मोदिजी,

संपूर्ण देश आपसे बहुत बडी आस लगाए बैठा है।मोदी सरकार द्वारा सख्त निर्णय लेने की अपेक्षा से संपूर्ण देश इंतजार कर रहा है।


मोदिजी,

राष्ट्रद्रोही शक्तियों के,जहरीले साँपों के और सपेरों के फन कुचलने का यही समय है।


मोदिजी,

आगे बढो,संपूर्ण देश आपके साथ है।

( रणनीती बनाने के लिए, भाजपा की वरीष्ठ टीम में मुझे अगर मौका मिला,तो निश्चित रूप से,एक जबरदस्त शक्तिशाली और तगडी रणनीती बनाने के लिए अवश्य सहयोग करूंगा )


हरी ओम्

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प्रखर राष्ट्राभिमानी पत्रकार,


विनोदकुमार महाजन

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