उन सभी का आभार
उन सभी का आभार !!!
🙏🙏🙏
जिन्होंने मुझे तडपाया
जिन्होंने मुझे रूलाया
जिन्होंने मुझे अपमानित किया
जिन्होंने मुझे भरभर के जहर दिया
जिन्होंने मुझे मुसीबतों के पहाड़ दिये
जिन्होंने मुझे साँप से भी भयंकर जहर दिये
जिन्होंने मेरे बारबार पंख छाटने की कोशिश की
जिन्होंने मुझे बारबार हतोत्साहित किया
जिन्होंने मुझे बरबाद करने की अनेक योजनाएं बनाई
जिन्होंने मेरे खिलाफ अनेक गुप्त षड्यंत्र किये
जिन्होंने मुझे बारबार जाल में फँसाकर समाप्त करने की कोशिश की
जिन्होंने मेरे सिध्दांतों के खिलाफ भयंकर मुसिबतें डालकर मुझे नेस्तनाबूद करने की बारबार कोशिश की
जिन्होंने मेरे सत्य को बारबार तडपाया
उपकार करनेपर भी मुझे बारबार साँप की तरह डस गये
उन सभी का
ह्रदय से, आत्मा से धन्यवाद !
आभार !
क्योंकि इसी कारण मेरे अंदर की जीतने की तीव्र इच्छाशक्ति जागृत हो गई !
और मैं लगातार विपरीत परिस्थितियों से लडता रहा !
और एक कदम पिछे हटकर भी
मैं सदैव जीतता ही रहा !
जल्दी ही मैं सद्गुरु कृपा से
ईश्वरी कृपा से
संपूर्ण विश्व में एक जबरदस्त गरूड़ जैसी छलांग लगाऊंगा !
लंबी छलांग, लंबी उडान !
हिंदुत्व की उडान !
सनातन के कार्यों की उडान !
सारे जहर के भयंकर सागर पार करके
आज मैं लंबी उडान के लिए तैयार हो गया हुं !
इसीलिए मुझे पिडा देनेवाले सभी हितशत्रुओं का आभार !
रावण ना होता तो राम को कौन पहचानता ?
कँस ना होता तो कृष्ण को कौन पहचानता ?
हिरण्यकशिपु ना होता तो प्रल्हाद को कौन पहचानता ?
और अगर मेरे भयंकर शत्रु भी ना होते तो मैं भी जीद्द से विपरीत परिस्थितियों में कैसा लडता ?
मैं राम,कृष्ण, प्रल्हाद जैसा बडा नहीं हुं !
एक छोटीसी चिंटी जैसा मेरा छोटासा कार्य !
फिर भी एक छोटीसी चींटी ने
ईश्वरी कृपा से बडे बडे जहरीले अजगरों को निगल दिया है !
सदा के लिए !
सदा के लिए सैतनी शक्तियों की हार हो गई है !
सत्य जीत गया !
असत्य हार गया !
हर हर महादेव !
विनोदकुमार महाजन
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