अंबे माँ
रूठी है किस्मत जीनकी
उनको नया उजाला दे दें माँ
दुखितोंको के जीवन में
आनंद का प्रकाश कर दें माँ
मेरे सभी प्यारे मित्रों के
जीवन में सभी सुखों की
बौछार कर दें माँ
नवरात्री में नवदुर्गाओं को
यही आत्मनिवेदन है मेरी माँ
जय अंबे जगदंबे माँ
विनोदकुमार महाजन
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