ईश्वर

 ईश्वर " जो " चाहता है

" वही " करता है !

और " वही " करता 

भी है " जो " वह

चाहता है !


हम तो उसके हाथ की

छोटिसी कठपुतलीयाँ !!!


हरे कृष्णा

विनोदकुमार महाजन

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