दुनियादारी

 दुनियादारी !!!


जब नशीब अच्छा होता है,

तब सब अच्छे होते है !

मगर जब नशीब बुरा चल 

रहा होता है तब...

अच्छे दिखनेवाले भी बुरे

अनुभव दिखाते रहते है !

बुरी हरकतें करते रहते है !


अंदाज अपना अपना !

और शायद हर एक का

अनुभव भी अलग अलग हो 

सकता है !


इसी का नाम दुनिया है,

इसीका नाम दुनियादारी है !

ऐसी दुनियादारी में,

संभल के रहना मेरे दोस्त !


हरी ओम्


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र