गुप्तता

 कार्य सफलता में दुष्टलोग

हमेशा बाधक होते है !

इसिलिए ऐसे दुष्टों से हमेशा

सावधान,सतर्क एवं दूर रहना ही हितकारक होता है ! दुष्टों को अपनी रणनीती भी कभी भी बतानी नही चाहिए ! गुप्तता यश की चाबी है !!


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

ईश्वर