भागते रहो
*भागते रहो !!!*
✍️ २५९३
जिस देश में मुर्दाड पडे हुए,
मरे हुए मन से जीनेवाले ,
अत्याचार सहनेवाले ,
लाचार, हतबल ,हीन दीन लोग रहते है , वहाँ की संस्कृति, धर्म और वह देश
नामशेष हो जाते है !
इतिहास गवाह है !!
हिंदुस्थान की क्या स्थिति है ??
सबकुछ बदलना होगा !
सबकुछ !!
कौन बदलेगा ??
हो सके तो सोचो
नहीं तो मुर्दाड मन से पडे रहो , नितदिन अत्याचार सहते रहो !
यही तुम्हारा नशीब है !!
भागम् भाग...
भागते रहो...
भागते रहो...
जागते रहो का
तेजस्वी नारा छोडकर
आत्मसंन्मान बेचकर
जीवन बिताते रहो....
बँटते रहो
कटते रहो
आपस में लडते रहो
मरते रहो !
जगाने को जो आयेगा ?
उसे भी बदनाम करते रहो
साधुसंतों को तडपाते रहो
जीवन भर के लिए
धन्य है ऐसे लोग
धन्य है ऐसा समाज
🙊🤦♂️🙏🙏🙏
*विनोदकुमार महाजन*
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