स्वर्ग

 जहाँ मैं जाता हूं वहाॅं स्वर्ग निर्माण करता हूं और सभी को स्वर्गीय आनंद और सुख देता हूं !

क्योंकी स्वर्ग के देवताही 

निरंतर मेरे पास रहते है !

जय श्रीकृष्ण !!


विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

संपूर्ण लेखांक भाग २५

ईश्वर