कमाल ही कमाल
कमाल ही कमाल है ???
✍️ २३२२
विनोदकुमार महाजन
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कमाल ही कमाल है !!
इतने भयंकर हिंदुद्रोही और
धर्मद्रोहियों को हिंदु आखिर
स्विकारते कैसे है ?
और सर्वोच्च सत्तास्थान पर
बिठाते भी कैसे है ??
स्वाभिमान, आत्मसंम्मान सचमुच में मर गया है
हिंदुओं का ?
और प्रखर राष्ट्रप्रेमीयों को
और राष्ट्राभिमाननीयों को
यहीं हमारे हिंदु नकारते है ??
अजब गजब का न्याय है
हिंदुओं तुम्हारा !!
बरबादी करनेवालों का साथ ?
और आबादी करनेवालों का ?
दुस्वास ??
धन्य है तुम्हारी !
विनाश की ओर धकेलते जा रहे हो ? और फिर भी आँखें नहीं खोल रहे हो ??
तो तुम्हें मोदी, योगी ही क्या ?
प्रत्यक्ष ईश्वर भी कैसे बचायेगा ??
हे प्रभो , मेरे भाईयों को सद्बुद्धी दे !!
हरी ओम्
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