विघ्नशांती !

 विघ्नशांती !!

✍️ २३१०


विनोदकुमार महाजन

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दसदिशाओं से भी

हमें विघ्न घेर ले तो

सदैव यह शब्द बोलिए...

बोलते रहिए...


विघ्नशांती ! विघ्नशांती !!

विघ्नशांती !!!


और संपूर्ण विघ्नशांती होने तक धैर्य धारण किजिए !


तो आप महसूस करेंगे,

धीरे धीरे सारे विघ्न

शांत हो जा रहे है !


और विघ्नशांती के बाद....


आप निरंतर...

आनंदसागर में डुबकीयाँ

लगाते रहेंगे !


श्री हरी !!!

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