मोदिजी को पत्र ( ५८ )

 पाखंडी विरोधियों का रामजी का प्रेम कबसे आने लगा ?

नौटंकीबाज ,फरेबी ,पाखंडी विरोधीयों का सफाया जरूरी है

हम सफाया करके ही रहेंगे
मगर फरेबी काँग्रेस का और हिंदुद्रोहीयों का सफाया करने के लिए
मोदिजी का वरदहस्त तो चाहिए ही चाहिए

वरदहस्त मिलेगा तो हम ईश्वर प्रेमी विश्व के
सारे रावण , दुर्योधन , कँस ,हिरण्यकशिपु जैसे अनेक महाराक्षसों को जलाकर खाक कर देंगे

जय श्रीराम

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