मोदिजी को पत्र ( ५९ )

 दशानन रावण के अनेक नौटंकीबाज रूप

वैसे राँल विंची के अनेक रंग

मगर रामद्रोही रावण का
और राँल विंची का
सर्वनाश भी
खुद रामजी के हाथों से ही होता है

युगों युगों से
युगों युगों तक

अब भी राममंदिर निर्माण हो रहा है
और
राँल विंची जैसे रावण का और
उनकी सोने की लंका काँग्रेस का सर्वनाश हो रहा है

जय श्रीराम
👍🙏🙏🙏🕉🚩

विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र