मोदिजी को पत्र ( ६० )

 रामलला अब आये है...

वसूधैव कुटूंम्बकम् बनाने के लिए
अखंड भारत निर्माण के लिए
हिंदुमय विश्व के लिए
विश्व विजेता हिंदू धर्म बनाने के लिए
नया इतिहास बनाने के लिए
असंभव को संभव में बदलने के लिए
नवयुग निर्माण के लिए
ईश्वरी सिध्दांतों की जीत के लिए
असुरों के संहार के लिए...

रामलला अब आये है...
मोदिजी योगीजी जैसे पुण्यात्माओं के लिए
करोडो भारतीयों के प्रेम के लिए
रामलला अब आये है...
जय जय श्रीराम

राममय विश्व

विनोदकुमार महाजन

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