मोदिजी को पत्र ( ३२ )
कुछ अज्ञान , कुछ हिंदुद्रोही , कुछ मोदीविरोधी और कुछ ( नंपुसक ) समाजवादी यह सत्य , यह विदारक वास्तव कब समझेंगे ?
केवल मोदिजी का विरोध केवल यही इनके जीवन का उद्दीष्ट होगा तो ?साक्षात ब्रम्हदेव भी ऐसे लोगों को समझाने में असमर्थ होगा....
इन्हें केवल एक ही भाषा समझ में आ सकती है...
कठोर शासन ?
इसके सिवाय अगर पर्याप्त पर्याय ही नहीं बचता है तो...? कठोर कानून प्रणाली अपनाकर , ऐसे भयंकर समाज विघटनकारी और विनाशकारी शक्तियों को रोकना ही पडेगा !
तभी लोकतंत्र बचेगा , तभी मानवता बचेगी ,तभी हिंदुत्व बचेगा , तभी संस्कृति बचेगी !
राम को कोर्ट में शपथपत्र देकर ,काल्पनिक पात्र बतानेवालों को यही जनता फिरसे मतदान करती है ?
बहुत आश्चर्य है ये तो !
विनाशकाले विपरीत बुध्दि
वाले समाज को ईश्वर भी कैसे बचायेगा ?
उपर का विडिओ देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है
अगर आज सत्तास्थान पर काँग्रेस होती तो ?
इस्त्राएल से भी भयावह स्थिति आज देश की कर देते ये काँग्रेसी ! जानबूझकर आतंकीयों का साथ देकर !
ऐसी घटनाओं का इतिहास साक्ष है !
मगर अब मोदिजी के शक्तिशाली रणनीति के कारण काँग्रेस अब नामशेष होकर ही रहेगी !
हर हर महादेव !
घर घर मोदी !!
👍🙏
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