साठ साल का हिसाब कब देंगे ?
साठ साल का हिसाब कब देंगे ???
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साठ सालों तक जिन्होंने
अती पाप किया वह
अब चार साल का
हिसाब माँग रहे है।
साठ साल में जिन्होंने
काला धन कमाया
वह अब चार साल का
हिसाब माँग रहे है।
साठ साल जिन्होंने
गरीबों का खून चुँसा
वह अब चार साल का
हिसाब माँग रहे है।
अरबो खरबों की संपत्ति
साठ साल में जमा करनेवाले भी
अब चार साल का
हिसाब माँग रहे है।
साठ साल जिन्होंने
देश के साथ,गरीबों के साथ गद्दारी कि
वह अब चार साल का
हिसाब माँग रहे है।
विदेशों में भी जिन्होंने
पाप का पैसा जमाया
वह अब चार साल का
हिसाब माँग रहे है।
साठ साल तक जिन्होंने
राशन का सडा हुवा
गरीबों का अनाज भी
घासलेट भी काले बाजारों में बेचकर
निर्लज्जता से
धन कमाया वह आज
चार साल का हिसाब माँग रहे है।
ये हिसाब नही माँग रहे है
ये तो डरे हुए है।
कहीं साठ साल का पाप
उजागर ना हो जाए
कहीं साठ साल की
माया,काला धन
अवैध संपत्ति जप्त न हो
जाये और उपर से
सलाखों के पिछे
जाना न पडे
इसीलिए सब चोर
एक हो रहे है।
और खुद को बचाने की पूरजोर कोशिश में
लगे है।
मगर कहते है ना...
की जब भगवान के यहाँ
पाप का हिसाब किया
जाता है
तब पापियों को कोई भी
नही बचाता है।
खुद भगवान भी
ऐसे महापापीयों को
क्षमा नही करता।
साठ सालों तक बहुत
अन्याय अत्याचार किए
ना इस देश में...?
बहुत तडपाया ना गरिबों को,
बडे बडे मच्छर बनकर
बहुत खून पिया ना
निष्पाप लोगों का...?
अब भूगतो....
हरी ओम...।
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-- विनोदकुमार महाजन।
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