मेरे लेख

 मेरे राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय लेख

✍️ २२९२


विनोदकुमार महाजन

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सत्य की जीत के लिए ,

प्रखर राष्ट्राभिमान से प्रेरित होकर ,

सत्य सनातन धर्म के आदर्श सिध्दातों के लिए ,

वैश्विक मानवता की जीत के लिए ,

और भी अनेक विषयों पर आधारित ,


मैंने आजतक ईश्वरी प्रेरणा से,हजारों लेख लिखे है ! 

मगर आज की घडी में इसका मुल्यांकन क्या है ?


शायद बहुत ही कम !

जैसा चाहिए वैसा सामाजिक परिवर्तन के अपेक्षित परिणाम चाहे आज कम दिखाई दे रहे हो !


मगर भविष्यकालीन समय में मेरे लेख राष्ट्रीय तथा वैश्विक स्तर पर ,अनेक प्रकार की उथल पुथल करनेवाले है !

आज के मेरे लेख , वैश्विक सत्य सनातन के कार्यों की नींव है !


और नींव जब शक्तिशाली होती है , इमारत भी उतनी ही ताकतवर होती है !


मेरे अनेक लेखों की शायद आज की घडी में, किसी को कीमत समझ में नहीं आयेगी !


मगर जब संपूर्ण विश्व में मेरे लेखों द्वारा अनेक मानवतावादीयों द्वारा,ईश्वरी कार्य आरंभ होगा और दस दिशाओं में मेरे लेखों द्वारा और विविध माध्यमों द्वारा,कार्यों का विस्तार बढता जायेगा, उसी के द्वारा सनातन धर्म का कार्य भी बढता जायेगा...

कार्य को गती मिलेगी...


शायद ,

तब मेरे लेखों की कीमत सभी को समझ में आयेगी !


जब दृष्टा अपने दिव्यचक्षुओं द्वारा भविष्यकालीन योजनाओं के बारे में लिखता ,बताता है ,

उसका प्रभाव वर्तमान में नहीं दिखाई देता है !अथवा बहुत कम अथवा ना के बराबर दिखाई देता है !


मगर भविष्य काल में अनेक प्रकार की उथल पुथल जरूर करता है ! तब उसकी और उसके विचारों की कीमत समाजमन को धीरे धीरे समझने लगती है !


मेरे हिसाब से ,मेरे लेखों का ,आज का सामाजिक परिवर्तन का,परिणाम शायद नगण्य अथवा ना के बराबर ही क्यों न हो , इसकी असली कीमत ,जब इसके जबरदस्त प्रभाव निर्माण होने लगते है ,तब समाजमन को समझती है !


और वहीं से संपूर्ण परिवर्तन की ओर संपूर्ण समाज ,धीरे धीरे बढने लगता है !


फिर भी ...

आज की घडी में ,मेरे लेखों पर , जो पाच दस प्रतिशत महात्माएं प्रेम करते है ,इसका महत्व समझते है , अपने विचारों द्वारा मुझे बारबार प्रोत्साहित करते है ,मेरे अनेक जागृत लेख चारों ओर फैलाने का प्रयास करते है ,मुझे व्हाट्सएप पर मेसेज देते है ,फोन करते है,ऐसे संवेदनशील मित्रों का,उनके सच्चे प्रेम का, आभार व्यक्त तो करना ही पडेगा !


भविष्य में जब कार्य तेज गती से बढता जायेगा ,तब ऐसे महात्माओं के दूरदृष्टित्व का महत्व भी समाजमन को तभी समझ में आता है !


इसीलिए आज की घडी में ,मेरे लेखों पर ,मेरे विचारों पर , प्रेम करनेवाले मेरे सभी आत्मीय मित्रों का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं !


हरी ओम्

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