गुरूदेव

 पूज्य गुरूदेव

आपको कोटि कोटि सादर प्रणाम

हिंदुत्व के अंतरराष्ट्रीय कार्य सफलता के लिए

आपके संपूर्ण सहयोग की 

बहुत आशा करता था

मगर न जाने क्यों मन बहुत ही नाराज हो रहा है


और आपके चरणों से अब दूर जाने की अनुमति माँगता हूं

🙏🙏🙏

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