कलियुग में दुष्टों के कंठों में जहर होता है

 कलियुग में दुष्टों के कंठ में जहर होता है !!!

--------------------------------------

अच्छे लोग दुष्ट लोगों से हमेशा दूरी बनाए रखते है !

क्योंकि जहरीला साँप केवल एक बार ही डस सकता है !

मगर दुष्ट और दुर्जन लोग,विनावजह हमेशा दूसरों को भलाबुरा कहते रहते है ! इसीमें ही दुष्टों को पैशाचिक आनंद मिलता रहता है ! इनका विरोध करनेपर तो ऐसे दुरात्माओं को और जादा आनंद आता है !


इसीलिए संत,सत्पुरुष और अच्छे लोग दुष्ट, दुरात्माओं से हमेशा दूर रहना ही पसंद करते है !


क्योंकि कलियुग में तो दुष्टों के कंठों में ही भयंकर जालीम जहर भरा होता है !

और असली जहर से भी यह जहर भयंकर पिडादायक होता है !


हरी ओम्

-------------------------------

विनोदकुमार महाजन

Comments

Popular posts from this blog

ऊँ कालभैरवाय नम :

मोदिजी को पत्र ( ४० )

हिंदुराष्ट्र